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पर्यटन, कला, संस्कृति एवं सेवा क्षेत्र के विकास में गति

पर्यटन, कला, संस्कृति एवं सेवा क्षेत्र के विकास में गति

राजस्थान पर्यटन इकाई नीति-2024:

उद्देश्य

● राजस्थान को अग्रणी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना।

● पर्यटन के माध्यम से आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा देना।

● निवेशक अनुकूल वातावरण तैयार करना।

पर्यटन का महत्त्व

● राजस्थान की अर्थव्यवस्था और पहचान का मुख्य घटक।

● रोजगार सृजन और स्थानीय सेवाओं को प्रोत्साहित करने में सहायक।

● घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन से राज्य को राजस्व प्राप्ति।

पर्यटन आकर्षण

● ऐतिहासिक किले और महल: आमेर किला, सिटी पैलेस, मेहरानगढ़ किला आदि।

● यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।

● रेगिस्तान सफारी, वन्यजीव पर्यटन, धार्मिक एवं सांस्कृतिक उत्सव।

पर्यटन आँकड़े  (घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय)

● घरेलू पर्यटन में कोविड-19 के बाद तेजी से वृद्धि।

● 2023 में 1,790.52 लाख, 2024 में 2,300.84 लाख घरेलू पर्यटक विजिट्स।

राजस्थान में घरेलू  पर्यटक विजिट्स की संख्या

जिले का नाम

पर्यटक विजिट्स की संख्या

1. सीकर 

2,76,61,349

2. चित्तौड़गढ़ 

2,41,94,865

3. अजमेर 

2,25,89,808

4. जैसलमेर

2,24,16,810

5.  सवाई माधोपुर 

1,43,06,561

● अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन में धीमी वृद्धि, 2023 में 17 लाख, 2024 में 20.72 लाख विजिट्स।

● जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, अजमेर शीर्ष पर्यटन स्थल।

राजस्थान में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक विजिट्स की संख्या

जिले का नाम

पर्यटक विजिट्स की संख्या

1. जयपुर

6,23,534

2. उदयपुर

4,83,109

3. जोधपुर

2,07,490

4. जैसलमेर

1,61,884

5. अजमेर

1,01,321

 

विभिन्न देशों से आने वाले पर्यटकों की स्थिति

देश

2023

2024

 

संयुक्त राज्य अमेरिका

124819

156719

 

यूनाइटेड किंगडम 

86987

127886

 

फ्रांस 

84772

123585

 

जर्मनी 

53716

76603

 

इटली 

49140

78242

 

ऑस्ट्रेलिया 

44002

67228

 

बांग्लादेश 

31160

21140

 

कनाडा

16308

25407

 

जापान 

15052

25790

 

स्विट्ज़रलैंड

9868

14344

 

अन्य 

1184045

1355463

 

कुल 

1699869

2072407

 

नवीनतम पर्यटन पहल

राइजिंग राजस्थान समिट (9-11 दिसंबर, 2024)

● ₹96,967.61 करोड़ का निवेश, 2,02,607 रोजगार के अवसर।

आईफा अवॉर्ड्स (7-9 मार्च, 2025, जयपुर)

● 22 सितंबर, 2024 को एमओयू साइन।

एस.ए.एस.सी.आई. योजना के तहत् परियोजनाएँ

● आमेर-नाहरगढ़ विकास: ₹49.31 करोड़।

● जल महल विकास: ₹96.61 करोड़।

राजस्थान डोमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (13-15 सितंबर, 2024, जयपुर)

● 650+ पर्यटन अभिकर्ता, 600+ विक्रेता, 13,500+ बी2बी बैठकें।

'वेड इन इंडिया एक्सपो' (5 मई, 2024)

● पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आयोजित।

पर्यटन इकाइयों में निवेश (2024-25)

● ₹3,599.23 करोड़ का निवेश, 12,000 रोजगार अवसर।

विरासत संपत्ति प्रमाण पत्र

● 27 हेरिटेज संपत्तियों को प्रमाण पत्र जारी।

पर्यटन बजट व्यय (2024-25)

● ₹41,652.49 लाख में से ₹6,987.07 लाख खर्च।

राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के अंतर्गत इकाइयों की स्थिति दिसंबर, 2024 की स्थिति में 

1. होटल 

39 

2. मोटल 

18 

3. कॉफी 

08 

4. यात्रिका 

03 

5.  जनता आवसगृह 

01 

6. पैलेस ऑन व्हील्स 

01 

7. पैकेज 

01

थीमैटिक टूरिज्म

विरासत पर्यटन:

● राजस्थान के 9 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल।

● प्रमुख किले: आमेर किला, सिटी पैलेस, हवा महल, कुम्भलगढ़ दुर्ग, जैसलमेर दुर्ग।

● विश्व स्तरीय सुविधाओं के विकास पर जोर।

सांस्कृतिक पर्यटन:

● तीज मेला, पुष्कर ऊँट मेला, जयपुर साहित्य महोत्सव जैसे प्रमुख आयोजन।

● लोकनृत्य घूमर, कालबेलिया और पारंपरिक संगीत के माध्यम से समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव।

एडवेंचर ट्यूरिज्म:

● हॉट एयर बैलूनिंग: जयपुर, पुष्कर।

● रेगिस्तानी रोमांच: जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, पुष्कर (ऊँट सफारी, कैंपिंग, साइकिलिंग)।

● ट्रैकिंग स्थल: उदयपुर, घाणेराव, कुम्भलगढ़।

आध्यात्मिक पर्यटन:

● प्रमुख तीर्थ स्थल: नाथद्वारा, खाटूश्याम, सालासर, मेहंदीपुर, चित्तौड़गढ़, करौली, अजमेर, बीकानेर।

● लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करने वाले धार्मिक स्थल।

वन्यजीव एवं पर्यावरण पर्यटन:

● 3 राष्ट्रीय उद्यान: रणथंभौर, मुकुंदरा, केवलादेव।

● 26 वन्यजीव अभयारण्य, जिनमें कुंभलगढ़, माउंट आबू, जयसमंद शामिल।

● थार रेगिस्तान में डेजर्ट नेशनल पार्क (यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में)।

एमआईसीई पर्यटन:

● प्रमुख आयोजन: स्टोन मार्ट, वस्त्र, जयपुर ज्वैलरी शो, राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो।

● जयपुर, उदयपुर, जोधपुर में सम्मेलन केंद्रों के विकास की योजना।

● राजस्थान मंडपम (दिल्ली के भारत मंडपम की तर्ज पर) बनाने का प्रस्ताव।

राजस्थान पर्यटन इकाई नीति (आरटीयूपी)-2024

● 4 दिसंबर, 2024 को लागू की गई।

● पर्यटन इकाइयों को वित्तीय लाभ और प्रोत्साहन प्रदान करने पर जोर।

● हेरिटेज होटलों और संपत्तियों को विशेष छूट।

● होटल, रेस्तरां, और पर्यटन-संबंधित प्रतिष्ठानों के लाइसेंस प्रक्रिया का सरलीकरण।

● अगले 5 वर्षों में पर्यटन अर्थव्यवस्था को दुगुना करने का लक्ष्य।

● राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (RIPS) के तहत् पर्यटन इकाइयों को वित्तीय लाभ।

राजस्थान की संस्कृति

समृद्ध सांस्कृतिक विरासत:

● राजस्थान की संस्कृति शाही विरासत, कलात्मक परंपराओं और लोक रीति-रिवाजों का मिश्रण है।

● घूमर, कालबेलिया जैसे नृत्य और लोक संगीत प्रसिद्ध हैं।

● राज्य की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का लक्ष्य।

परंपरा का संरक्षण व हस्तशिल्प:

● काष्ठकला, मिट्टी के बर्तन, वस्त्र आदि पारंपरिक शिल्पों का संरक्षण और पर्यटन के माध्यम से प्रचार-प्रसार।

● पर्यटकों को कारीगरों के कार्य देखने और पारंपरिक वस्त्र व हस्तशिल्प खरीदने का अवसर।

सांस्कृतिक उत्सव और मेले:

● वर्ष 2024 में 72 मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित।

● पुष्कर मेला, मेवाड़ महोत्सव, मरू महोत्सव, ऊँट महोत्सव, गणगौर व तीज उत्सव प्रमुख।

● विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर, 2024): जयपुर के अल्बर्ट हॉल में कथक और लोक नृत्य।

● आरडीटीएम (13 सितंबर, 2024): गाजी खान और समूह की सांस्कृतिक प्रस्तुति।

● हर घर तिरंगा (14 अगस्त, 2024): जयपुर में मामे खान का संगीत कार्यक्रम।

● राजस्थान उच्च न्यायालय प्लेटिनम जुबली (25 अगस्त, 2024): भव्य सांस्कृतिक संध्या।

● केंद्रीय वित्त आयोग यात्रा (1 अगस्त, 2024): सांस्कृतिक कार्यक्रम।

● जीआईटीबी 2024 (5-7 मई, 2024): विवाह थीम पर आधारित सांस्कृतिक प्रदर्शन।

राजस्थान की कला और शिल्प:

● लघु चित्रकारी, फड़ चित्रकला, दरबारी चित्रकारी प्रसिद्ध।

● ब्लू पॉटरी, टेराकोटा, मीनाकारी, कुंदन आभूषण, टाई एंड डाई वस्त्र कारीगरी का हिस्सा।

● जवाहर कला केंद्र (JKK): कला और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए ₹650 लाख का आवंटन।

● रवींद्र मंच: 22 नाटकों का मंचन और 158 सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन।

विरासत स्थलों का संरक्षण:

● झालावाड़ और बाड़मेर में ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण।

● खेतड़ी फोर्ट, झुंझुनूँ में पुनर्निर्माण कार्य प्रगति पर।

राजस्थान में पर्यटन पुरस्कारों के साथ उत्कृष्टता 

1. बेस्ट डेकोरशन एवं डिजाइन पुरस्कारः- 10 फरवरी, 2024 को इंडिया ओटीएम, मुंबई में प्राप्त हुआ। 

2. क्रिएटिविटी पुरस्कारः 30 अप्रैल, 2024 को प्राइम टाइम अवार्ड, 2023 में फिल्म "रोमांस ऑफ राजस्थान" के लिए जीता गया। 

3. सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज डेस्टीनेशन पुरस्कारः- 19 जुलाई, 2024 को अहमदाबाद में गुजरात ट्रैवल फेयर एक्सपो में सम्मानित किया गया।

 4. सर्वश्रेष्ठ वाइल्ड लाइफ होटल पुरस्कारः आरटीडीसी होटल कैसल झूमरबावड़ी, सवाईमाधोपुर को 19 जुलाई, 2024 को अहमदाबाद में गुजरात ट्रैवल फेयर एक्सपो में यह पुरस्कार मिला। 

5. पिल्ग्रमेज डेस्टीनेशन ऑफ द ईयर पुरस्कारः 27 जुलाई, 2024 को बेंगलुरु में इंडिया इंटरनेशनल ट्रैवल मार्ट में प्राप्त किया गया। 

6. बेस्ट डिजिटल मार्केटिंग बाइ स्टेट पुरस्कारः 31 अगस्त, 2024 को भोपाल में इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईआईटीएम) के 39वें वार्षिक सम्मेलन में जीता गया। 

7. द मोस्ट प्रॉमिसिंग वेडिंग डेस्टिनेशन पुरस्कारः 23 अक्टूबर, 2024 को पटना में ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर में प्राप्त हुआ। 

8. ब्राण्ड कैम्पेन ऑफ द ईयर पुरस्कारः 1 दिसम्बर, 2024 को पुणे में इण्डिया इन्टरनेशनल ट्रेवल मार्ट में प्राप्त किया गया। 

9. वेडिंग डेस्टिनेशन ऑफ द ईयर पुरस्कारः 8 दिसम्बर, 2024 को हैदराबाद में इण्डिया इन्टरनेशनल ट्रैवल मार्ट में प्राप्त किया गया।

कौशल विकास और प्रशिक्षण:

● होटल प्रबंधन, खाद्य-शिल्प संस्थानों की स्थापना।

● गाइड और युवा वर्ग के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम।

पर्यटन विकास हेतु मीडिया प्रचार:

● डिजिटल और प्रिंट मीडिया के माध्यम से पर्यटन स्थलों का प्रचार।

● राजस्थान पर्यटन की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग।

पर्यटक सहायता बल:

● राज्य सरकार ने 15 फरवरी, 2024 से प्रभावी पर्यटक सहायता बल अभियान शुरू किया है।

● महिला पर्यटकों की सुरक्षा हेतु 19 जिलों में 250 कर्मियों की तैनाती।

● दलालों और असामाजिक तत्त्वों पर कार्रवाई सुनिश्चित।

धार्मिक पर्यटन का विकास:

● 390 राज्य प्रत्यक्ष प्रभार तथा 203 राज्य आत्मनिर्भर मंदिरों और संस्थानों का प्रबंधन व संरक्षण।

● वरिष्ठ नागरिक तीर्थयात्रा योजना के तहत् वर्ष 2024-25 में 23,123 तीर्थयात्रियों (जनवरी, 2025 तक )को निःशुल्क यात्रा सुविधा।

राजस्थान में सेवा क्षेत्र (2024-25)

सेवा क्षेत्र की परिभाषा:

● अर्थव्यवस्था का महत्त्वपूर्ण क्षेत्र जो विभिन्न उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करता है।

● इसमें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, दूरसंचार, होटल, परिवहन, वित्तीय सेवाएँ, बीमा, स्थावर सम्पदा और सामाजिक सेवाएँ शामिल हैं।

सेवा क्षेत्र का सकल मूल्य वर्धन (GVA):

● स्थिर (2011-12) मूल्यों पर: ₹3.70 लाख करोड़ (7.38% वृद्धि)

● प्रचलित मूल्यों पर: ₹7.21 लाख करोड़ (12.29% वृद्धि)

सेवा क्षेत्र का राज्य मूल्य वर्द्धन (जी.एस.वी.ए.) एवं वृद्धि दर:  प्रचलित एवं स्थिर (2011-12) मूल्यों पर 

                                                           करोड़ रुपये

योगदान

2023-24

2024-25

GSVA  प्रचलित 

      वृद्धि  

642179

721120

11.57

12.29

GSVA   स्थिर 

     वृद्धि 

345041

370492

7.48

7.38

नोटः-वर्ष 2023-24 संशोधित अनुमान Iवर्ष 2024-25 अग्रिम अनुमान

राजस्थान की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान:

● राज्य के सकल मूल्य वर्धन (GVA) में योगदान: 45.92% प्रचलित मूल्य पर व 45.07% स्थिर मूल्य पर। 

प्रमुख उप-क्षेत्रों का योगदान: 

सेवा क्षेत्र का प्रचलित मूल्यों पर उप-क्षेत्रवार वितरण 

(2024-25 अग्रिम अनुमान)

वृद्धि दर

स्थिर मूल्यपर  

व्यापार, होटल और जलपान गृह

27.83%

6.83%

परिवहन, भंडारण एवं संचार क्षेत्र

10.39%

5.87%

वित्तीय सेवाएँ

10.96%

7.30%

स्थावर सम्पदा, आवासीय गृहों का स्वामित्व और पेशेवर सेवाओं

23.11%

5.13%

लोक प्रशासन

7.10%

10.55%

अन्य सेवाएँ

20.61%

10.84%

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