उपसर्ग
परिभाषा– वे शब्दांश जो किसी शब्द के पहले/पूर्व जुड़कर उस शब्द के अर्थ को परिवर्तित या प्रभावित कर देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं; जैसे–
वि + हार = विहार (घूमना)
सम् + हार = संहार (मारना)
आ + हार = आहार (भोजन)
‘धान’ शब्द का अर्थ होता है– ‘अन्न/चावल’
जब ‘धान’ शब्द के साथ अलग-अलग उपसर्ग प्रयोग किए जाते हैं तो अर्थ भी अलग-अलग निकलता है; जैसे–
प्र + धान = प्रधान (श्रेष्ठ)
वि + धान = विधान (कानून)
सम् + वि + धान = संविधान (सम्यक कानून)
परि + धान = परिधान (पहनावा/वस्त्र)
अपि + धान = अपिधान (ढक्कन)
उपसर्ग की विशेषताएँ
1. ये शब्दांश होते हैं।
2. इनका कोई स्वतंत्र अर्थ नहीं होता।
3. ये किसी शब्द के प्रारम्भ में जोड़े जाते हैं।
4. ये शब्द के साथ जुड़ते हैं, उसके अर्थ को पूर्णत: या आंशिक रूप से परिवर्तित या प्रभावित कर देते हैं।
5. इनमें संधि नियम लागू रहता है; परन्तु सब में लागू रहे यह आवश्यक नहीं।
तत्सम/संस्कृत भाषा के उपसर्ग (22)
8 = (अ) अति, अधि, अनु, अप, अपि, अभि, अव, आ
4 = (प) प्र, प्रति, परा, परि
4 = निर्, निस्, दुर्, दुस्
2 = (उ) उद्, उप
2 = (स) सु, सम्
2 = नि, वि
1. 'अति' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– अधिक/परे
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अतिव्याप्ति (अति + वि + आप्ति)
अतिसंधान (अति + सम् + धान)
अत्याहित (अति + आ + हित)
अत्याचार (अति + आ + चार)
अत्यावश्यक (अति + आ + वश्यक)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
अत्याधुनिक (अति + अधुना + इक)
अतिशयिक (अति + शय + इक)
अतिरेक्य (अति + रेक + य)
आत्यंतिक (अति + अंत + इक)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
अतींद्रिय, अतीत, अतीव।
'अति' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अतिकथा, अतिसार, अतिशय, अतिक्रम, अतिक्रमण, अतिक्रान्त, अतिगन्ध, अतिचार, अतिदेश, अतिनिद्रा, अतिबल, अतिवाद/वादी, अतिविकट, अतिवृष्टि, अतिसर्जन, अतिमानव इत्यादि।
2. 'अधि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ – प्रधान/श्रेष्ठ/मुख्य
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अध्यवसाय (अधि + अव + साय)
अध्यारोप (अधि + आ + रोप)
अध्यारोपण (अधि + आ + रोपण)
अध्याहार (अधि + आ + हार)
अध्यादेश (अधि + आ + देश)
अधिनियम (अधि + नि + यम्)
अध्यापक (अधि + आ + पक)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
आधिकारिक (अधि + कार + इक)
आधिपत्य (अधि + पत + य)
आध्यात्मिक (अधि + आत्म + इक)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त् शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
अधीक्षण, अधीन, अधीश, अधीश्वर, अधीयान।
'अधि' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अधिकारी, अधिक्रमण, अधिगत, अधिगुण, अधिकाम, अधिक्षेप, अधिपति, अधिराज, अधिमास, अधिरोहण, अधिनायक, अधिभूत इत्यादि।
3. 'अभि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– पास/सामने
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अभिव्यापक (अभि + वि + आ + पक)
अभिनिविष्ट (अभि + नि + विष्ट)
अभिनिवेश (अभि + नि + वेश)
अभिसन्धि (अभि + सम् + धि)
अभिनिष्क्रमण (अभि + निस् + क्रमण)
अभिव्यक्ति (अभि + वि + अक्ति)
अभिसंताप (अभि + सम् + ताप)
अभिसंबंध (अभि + सम् + बन्ध)
अभिव्याप्ति (अभि + वि + आप्ति)
अभ्युदय (अभि + उद् + अय)
अभ्यागत (अभि + आ + गत)
अभिसम्पत्ति (अभि + सम् + पत्ति)
अभ्याद्यान (अभि + आ + धान)
अभ्याकांक्षित (अभि + आ + कांक्षित)
अभ्युत्थान (अभि + उद् + थान)
अभ्यागम (अभि + आ + गम)
अभ्युपपत्ति (अभि + उप+ पत्ति)
अभिन्यास (अभि + नि + आस)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
आभिजात्य (अभि + जात + य)
आभिधानिक (अभि + धान + इक)
आभ्यंतरिक (अभि + अंतर + इक)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
अभीप्सित, अभीष्ट, अभीप्सु।
'अभि' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अभिजन, अभिज्ञ, अभिभव, अभिरुचि, अभिभाषण, अभिराम, अभिषेक, अभिरक्षा, अभिप्राय, अभिनीत, अभिसार, अभ्यंग, अभिनन्दन, अभिनेता, अभिमन्त्रित, अभिमुख, अभियोग, अभिशंसा, अभिमन्यु, अभियंता इत्यादि।
4. 'अप' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– बुरा/विपरीत
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अपव्यय (अप + वि + अय)
अपाकृति (अप + आ + कृति)
अपादान (अप + आ + दान)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
आपराधिक (अप + राध + इक)
आपेक्षिक (अप + ईक्षा + इक)
'अप' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अपकर्ष, अपकारक, अपगति, अपचरित, अपजात, अपभ्रंश, अपमर्श, अपराद्ध, अपराध, अपराधी, अपकार, अपक्षय, अपचय, अपेत, अपंग, अपांग, अपेक्षा, अपोढ़, अपोह इत्यादि।
5. 'अपि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– भी/किन्तु
'अपि' उपसर्ग युक्त शब्द–
अपितु, अपिधान (ढक्कन), अपिहित (ढका हुआ) इत्यादि।
6. 'अव' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– बुरा/हीन
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
आवयनिक (अव + यव + इक)
आवधिक (अव + धि + इक)
'अव' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अवज्ञा, अवधि, अवनि, अवाप्ति, अवाप्य, अवेक्षा, अवेक्षण, अवांतर, अवकट, अवकर, अवज्ञेय, अवदात, अवमर्श, अवरोह, अवरोही, अवरोहण, अवच्छेद, अवच्छेदन, अवसर्ग, अवकाश, अवकीर्ण, अवगुण, अवचेतन, अवमूल्यन, अवमानना, अवलोकन, अवतरण, अवलोक, अवलंबी, अवशेष इत्यादि।
7. 'अनु' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– पीछे/समान
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अनुप्रास (अनु + प्र + आस)
अन्वागत (अनु + आ + गत)
अन्वादेश (अनु + आ + देश)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
आनुपातिक (अनु + पात + इक)
आनुवंशिक (अनु + वंश + इक)
आनुषंगिक (अनु + संग + इक)
आन्वयिक (अनु + अय + इक)
आनुगतिक (अनु + गत + इक)
आनुपदिक (अनु + पद + इक)
आनुक्रमिक (अनु + क्रम + इक)
आनुकूलिक (अनु + कूल + इक)
आनुलोमिक (अनु + लोम + इक)
आनुश्रविक (अनु + श्रव + इक)
आनुपूर्व्य (अनु + पूर्व + य)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
अनूदित।
'अनु' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अनुज, अनुज्ञा, अन्वय, अनुकंपा, अनुगृहीत, अनुदान, अनुरक्षक, अनुशासन, अनुनायक, अनुबंध, अनुभूति, अनुराग, अनुवादक, अन्वेषक, अन्वित, अन्विति, अन्वीक्षण, अन्वेषी, अन्वर्थ इत्यादि।
8. 'आ' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– तक/से
'आ' उपसर्ग युक्त शब्द–
आच्छन्न, आच्छादन, आच्छेद, आकथन, आकर, आकर्ण, आकर्षिक, आकलन, आकार, आकाश, आकुञ्चन, आकुलित, आकृति, आक्रान्त, आकम्पन, आकर्षण, आकर्षित, आकाङ्क्षा, आकारिक, आकीर्ण, आकुल, आकूति, आकृष्टि, आक्रन्दित, आक्रमण, आक्षेप, आक्षेपण, आखण्डल, आखेट, आख्यान, आख्यायिका, आगम, आगार, आचमन, आचार, आज्ञा, आढ्य, आतप, आदर्श, आदेश, आनन्द, आपन्न, आपूरण, आभरण, आभास, आमय, आमुख, आयत, आयतन, आयुक्त, आयोग, आरति, आराति, आराम, आरोप, आक्रोश, आक्षेपक, आक्षेपित, आखु, आख्यात, आख्यायक, आगन्तुक, आगमन, आघात, आचरण, आचार्य, आजीविका, आडम्बर, आतंक, आदर, आदान, आधार, आपत्ति, आपात, आबद्ध, आभा, आयोग, आमरण, आमोद, आयात, आयास, आयुध, आयोजन, आरम्भ, आराधना, आरूढ, आरोपित, आरोह, आलम्बन, आलाप, आलेख, आलोचक, आवर्त, आवर्तन, आविद्ध, आवृत्त, आवेग, आवेश, आशंकित, आश्रम, आश्रय, आश्लेष, आसक्ति, आसार, आस्रव, आहत, आहित, आह्लाद, आरोहण, आलम्बित, आलिंगन, आलोक, आवरण, आवर्तक, आवास, आवर्तक, आवास, आविष्ट, आवृत्ति, आवेदन, आशंका, आशय, आश्रित, आश्रव, आश्वास, आसंग, आसन्न, आस्था, आस्वादन, आहरण, आहार्य, आहुति, आह्वान इत्यादि।
9. 'प्र' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– आगे/अधिक
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
प्राध्यापक (प्र + अधि + आपक)
प्राधिकार (प्र + अधि + कार)
प्राप्ताधिकार (प्र + आप्त + अधि + कार)
प्रारंभ (प्र + आ + रंभ)
प्राभियोक्ता (प्र + अभि + योक्ता)
प्राधिकृत (प्र + अधि + कृत)
प्रायोज्य (प्र + आ + योज्य)
प्रारब्ध (प्र + आ + रब्ध)
प्रोत्साहक (प्र + उद् + साहक)
प्रोत्साहन (प्र + उद् + साहन)
प्रावरण (प्र + आ + वरण)
प्रोत्फुल्ल (प्र + उद् + फुल्ल)
प्रावृत्त (प्र + आ + वृत)
प्रोज्ज्वल (प्र + उद् + ज्वल)
प्रणिपात (प्र + नि + पात)
प्रणिधान (प्र + नि + धान)
प्रणिधि (प्र + नि + धि)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
प्रामाणिक (प्र + मान + इक)
प्रामाण्य (प्र + मान + य)
प्रारंभिक (प्र + आ + रंभ + इक)
प्रौद्योगिक (प्र+ उद् + योग + इक), प्राकृतिक, प्राचार्य, प्रादेशिक, प्राबल्य, प्रायोगिक, प्रासंगिक, प्राविधिक इत्यादि।
'प्र' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
प्रकीर्ण, प्रकृति, प्रकोप, प्रक्रम, प्रखर, प्रगति, प्रगाढ़, प्रगीत, प्रचार, प्रचुर, प्रताप, प्रदान, प्रपंच, प्रपौत्र, प्रबंध, प्रबल, प्रबुद्ध, प्रभाव, प्रभु, प्रमाद, प्रमुख, प्रमेय, प्रयास, प्रयोग, प्रलय, प्रवचन, प्रवीण, प्रशमन, प्रश्रय, प्रसन्न, प्रसव, प्रसिद्ध, प्रस्तावना, प्रस्तुत, प्रस्थान, प्रहसन, प्रार्थी, प्राचार्य, प्राध्यापक, प्रारब्ध, प्रेषक, प्रेषण, प्रच्छन्न, प्रणति, प्रणीत, प्रमाण, प्रेक्षा, प्रेक्ष्य, प्राप्य, प्राप्ति, प्रौढ़ इत्यादि।
10. 'परा' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– विपरीत/पीछे या अधिक
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
पराकरण (परा + आ + करण)
पराकाश (परा + आ + काश)
'परा' उपसर्ग युक्त शब्द–
पराचीन, पराजिका, पराभिक्ष, परास्त, पराध्वनि, परावर्तन, पराजय, पराक्रम, पराभव, परामृष्ट, परामर्श, पराकाष्ठा, पराविद्या, पराभौतिक, पराभूत, परावर्तन।
11. 'परि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– चारों ओर/की दिशा में एवं के सामने
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
परिनिष्ठा (परि + नि + स्था)
परिनिर्वाण (परि + निर् + वान)
परिनिष्ठित (परि + नि + स्थित)
पर्यवसान (परि + अव + सान)
पर्याकुल (परि + आ + कुल)
पर्याहार (परि + आ + हार)
पर्युत्सुक (परि + उद् + सुक)
पर्यवसित (परि + अव + सित)
पर्यालोचन (परि + आ + लोचन)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
पारितोषिक, पारिभाषिक, पारिवारिक, पारिश्रमिक इत्यादि।
'परि' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
परीक्षा, पर्यंत, पर्याय, पर्यंक, पर्याप्त, परिकथा, परिकंपन, परिकर्ता, परिकल्पना, परिकीर्ण, परिक्रमण, परिकोप, परिक्रिया, परिक्षिप्त, परिगत, परिगृहीत, परिगृहीता, परिघत, परिचय, परिचर्या, परिचारक, परिचित, परिजन, परिज्ञप्ति, परितर्पण, परिताप, परितुष्ट, परितुष्टि, परितोष, परित्याग, परिधि, परिपक्व, परिपीड़न, परिपूर्ण, परिभाषा, परिमुक्त, परिभ्रमण, परिभ्रष्ट, परिमार्जन, परिमिति, परिमुख, परिशुद्धि, परिशोधन, परिश्रम, परिलुप्त, परिवर्जन, परिवर्तक, परिवर्तन, परिवर्तित, परिवर्धन, परिवार, परिवाह, परिवेदन, परिषद्, परिसर, परिसर्पण, परिहार्य इत्यादि।
12. 'प्रति' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– प्रत्येक/विपरीत
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
प्रत्युपकार (प्रति + उप + कार)
प्रत्यवयव (प्रति + अव + यव)
प्रत्याकार (प्रति + आ + कार)
प्रत्याघात (प्रति + आ + घात)
प्रत्याचरित (प्रति + आ + चरित)
प्रत्युपमा (प्रति + उप + मा)
प्रतिनियम (प्रति + नि + यम)
प्रतिनिविष्ट (प्रति + नि + विष्ट)
प्रतिप्रदान (प्रति + प्र + दान)
प्रतिविधि (प्रति + वि + धि)
प्रतिसंधान (प्रति + सम् + धान)
प्रत्यभिज्ञ (प्रति + अभि + ज्ञ)
प्रत्यभिज्ञात (प्रति + अभि + ज्ञात)
प्रत्यवसान (प्रति + अव + सान)
प्रत्यवसित (प्रति + अव + सित)
प्रत्युत्तर (प्रति + उद् + तर)
प्रतिनिधि (प्रति + नि + धि)
प्रतिसंहार (प्रति + सम् + हार)
प्रतिसमाधान (प्रति + सम् + आ + धान)
प्रत्यभिज्ञान (प्रति + अभि + ज्ञान)
प्रत्यभियोग (प्रति + अभि + योग)
प्रत्यवरोध (प्रति + अव + रोध)
प्रत्यवस्थान (प्रति + अव + स्थान)
प्रत्यवहार (प्रति + अव + हार)
प्रत्याख्यात (प्रति + आ + ख्यात)
प्रत्यादेश (प्रति + आ + देश)
प्रत्यासन्न (प्रति + आ + सन्न)
प्रत्युत्थान (प्रति + उद् + स्थान)
प्रत्युत्पन्न (प्रति + उद् + पन्न)
प्रत्युपकार (प्रति + उप + कार)
प्रत्युपलब्ध (प्रति + उप + लब्ध)
प्रतिनियुक्ति (प्रति + नि + युक्ति)
प्रत्यागति (प्रति + आ + गति)
प्रत्यासत्ति (प्रति + आ + सत्ति)
प्रत्याहार (प्रति + आ + हार)
प्रत्युदाहरण (प्रति + उद् + आ + हरण)
प्रत्युपदेश (प्रति + उप + देश)
प्रत्यालोचना (प्रति + आ + लोचना)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
प्रतिनिधिक (प्रति + निधि + इक)
प्रतिपादिक (प्रति + पाद + इक)
प्रतिभाषिक (प्रति + भाष + इक)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
प्रतीक, प्रतीक्षा, प्रतीत, प्रतीहारी, प्रतीक्षण, प्रतीक्षित, प्रतीति, प्रतीक्ष्य इत्यादि।
'प्रति' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
प्रत्यक्षर, प्रत्यग्नि, प्रत्यंग, प्रत्येक, प्रतिकूल, प्रतिवेश, प्रतिवेशी, प्रतिपादन, प्रतिपालक, प्रतिष्ठा, प्रत्यय, प्रत्यर्थ, प्रतिद्वन्द्वी, प्रतिपक्ष, प्रतिरूप, प्रतिक्रोध, प्रतिघात, प्रतिच्छेदन, प्रतिबिंबित, प्रतिमुक्त, प्रतिरोधक, प्रतिवर्तन, प्रतिवास इत्यादि।
13. 'निर्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– बिना/बाहर तथा दूर
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
निरतिशय (निर् + अति + शय)
निरपराध (निर् + अप + राध)
निरनुनासिक (निर् + अनु + नासिक)
निरभ्यास (निर + अभि + आस)
निरपेक्ष (निर् + अप + ईक्षा)
निरभिमान (निर् + अभि + मान)
निरन्वय (निर् + अनु + अय)
निरभिभव (निर् + अभि + भव)
निरभिलाष (निर् + अभि + लाष)
निरवग्रह (निर् + अव + ग्रह)
निरवधि (निर् + अव + धि)
निरवलंब (निर् + अव + लंब)
निरवशेष (निर् + अव + शेष)
निराकार (निर् + आ + कार)
निराकृति (निर् + आ + कृति)
निराचार (निर् + आ + चार)
निरातप (निर् + आ + तप)
निरायास (निर् + आ + यास)
निरालंब (निर् + आ + लंब)
निरुत्तर (निर् + उद् + तर)
निरुत्साह (निर् + उद् + साह)
निरुद्यम (निर् +उद् + यम)
निरुद्वेग (निर् + उद् + वेग)
निरुपद्रव (निर् + उप + द्रव)
निरुपाय (निर् + उप + आय)
निरवकाश (निर् + अव + काश)
निरवयव (निर् + अव + यव)
निर्विरोध (निर् + वि + रोध)
निराकांक्ष (निर् + आ + कांक्ष)
निराकुल (निर् + आ + कुल)
निराक्रोश (निर् + आ + क्रोश)
निराधार (निर् + आ + धार)
निरायुध (निर् + आ + युध)
निराश्रय (निर् + आ + श्रय)
निराहार (निर् + आ + हार)
निरुच्छ्वास (निर् + उद् + श्वास)
निरुत्सव (निर् + उद् + सव)
निरुद्योग (निर् + उद् + योग)
निरुपाधि (निर् + उप + आ + धि)
निरुपक्रम (निर् + उप + क्रम)
निर्निमेष (निर् + नि + मेष)
निर्विकल्प (निर् + वि + कल्प)
निर्विकार (निर् + वि + कार)
निर्विचार (निर् + वि +चार)
निर्वितर्क (निर् + वि + तर्क)
निर्विवेक (निर् + वि + वेक)
निराकरण (निर् + आ + करण)
निर्विघ्न (निर् + वि + घ्न)
निर्विनोद (निर् + वि + नोद)
निर्विवाद (निर् + वि + वाद)
निर्विशेष (निर् + वि + शेष)
निर्व्याज (निर् + वि + आज)
निरुत्सुक (निर् + उद् + सुक)
निराकृत (निर् + आ + कृत)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
नैरंतर्य (निर् + अंतर + य)
नैराश्य (निर् + आशा + य)
नैरुज्य (निर् + रुज + य)
नैर्मल्य (निर् + मल + य)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
नीरस, नीरोग, नीरन्ध्र, नीरव, नीरुज, निरीह इत्यादि।
'निर्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
निरग्नि, निरंग, निरंजन, निरंकुश, निरंतर, निरर्थक, निरहंकार, निरस्त्र, निरामय, निरास्वाद, निर्बाध, निर्गुण, निर्जल, निर्जीव, निर्दय, निर्धन, निर्भय, निर्मूल, निर्जर, निर्दोष, निर्धर्म, निर्वेग, निरस्त, निरास, निर्गम, निर्वचन, निर्वाण, निर्यात, निर्मुल, निर्देश, निर्वासित इत्यादि।
14. 'निस्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– बिना/बाहर तथा दूर
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
निस्संकोच (निस् + सम् + कोच)
निस्संक्रामक (निस् + सम् + क्रामक)
निस्संदिग्ध (निस् + सम् + दिग्ध)
निस्संसार (निस् + सम् + सार)
निस्संक्रमक (निस् + सम् + क्रमक)
निस्संदेह (निस् + सम् + देह)
निस्संपात (निस् + सम् + पात)
'निस्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
निस्तंद्र, निस्तारक, निस्तब्ध, निस्संग, निस्स्नेह, निस्तारना, निस्तेज, निस्तेजता, निस्सह, निष्कंटक, निष्कपट, निष्काम, निष्कंद, निष्कूट, निष्पद, निष्प्रभ, निष्फेन, निष्पाप, निश्चिंत, निश्चेतन, निश्चित, निश्छंद, निश्चय, निश्शंक, निश्शुल्क/नि:शुल्क, निश्शेष/नि:शेष, निश्चायक इत्यादि।
विशेष– 'निस्','निष्' व 'निश्' इन तीनों ही स्थितियों में उपसर्ग 'निस्' ही होगा।
15. 'दुर्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– विपरीत/कठिन तथा बुरा
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
दुरतिक्रम (दुर् + अति + क्रम)
दुरधिगम (दुर् + अधि + गम)
दुरन्वय (दुर् + अनु + अय)
दुरवग्रह (दुर् + अव + ग्रह)
दुरवस्था (दुर् + अव + स्था)
दुराग्रह (दुर् + आ + ग्रह)
दुराधर्ष (दुर् + आ + धर्ष)
दुराज्ञा (दुर् + आ + ज्ञा)
दुरत्यय (दुर् + अति + अय)
दुरभिमान/ मानी (दुर् + अभि + मान/मानी)
दुराचार (दुर् + आ + चार)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
दौर्जन्य (दुर् + जन + य)
दौर्बल्य (दुर् + बल + य)
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
दूराज, दूरम्य इत्यादि।
'दुर्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
दुरन्त, दुरात्म, दुर्ग, दुर्ग्रह, दुर्जय, दुरूह, दुर्गम, दुर्लंघ्य, दुर्गन्ध, दुर्जन, दुर्ज्ञेय, दुर्दिन, दुर्भगा, दुर्बल, दुर्लभ, दुर्योधन, दुर्भाग्य, दुर्वासना, दुर्भावना इत्यादि।
16. 'दुस्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– विपरीत/कठिन तथा बुरा
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
दुष्परिणाम (दुस् + परि + नाम)
दुष्प्रकृति (दुस् + प्र + कृति)
दुष्प्रवाद (दुस् + प्र + वाद)
दुष्प्राप्य (दुस् + प्र + आप्य)
दुष्प्रकाश (दुस् + प्र + काश)
दुष्प्रज्ञ (दुस् + प्र + ज्ञ)
दुष्प्रवृत्ति (दुस् + प्र + वृत्ति)
दुस्संधेय (दुस् + सम् + धेय)
दुष्प्रहार (दुस् + प्र + हार)
दुष्पराजय (दुस् +परा + जय)
दुष्प्रयोग (दुस् + प्र + योग)
दुसांधान (दुस् + सम् + धान)
'दुस्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
दुस्साध्य/दु:साध्य, दुस्सह/दु:सह, दुस्स्वप्न/दु:स्वप्न, दुस्सत्व, दुस्संधान, दुस्साहस, दुस्तर, दुश्शासन/दु:शासन, दुश्शील/दु:शील, दुश्चिंता, दुश्चरित्र, दुष्काल, दुष्कर्म, दुष्कृत, दुष्कर्मी, दुष्फल, दुष्कीर्ति, दुष्प्रहार, दुष्परिणाम, दुष्प्रयोग, दुष्कर इत्यादि।
विशेष– 'दुस्','दुष्' व 'दुश्' इन तीनों ही स्थितियों में उपसर्ग 'दुस्' ही होगा।
17. 'उद्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– ऊपर या श्रेष्ठ
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
उदाहरण (उद् + आ + हरण)
उदाहार (उद् + आ + हार)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
औदार्य (उद् + आर + य)
औद्यानिक (उद् + यान + इक)
औद्योगिक (उद् + योग + इक)
औत्पातिक (उद् + पात + इक)
औत्सर्गिक (उद् + सर्ग + इक)
● विशेष– उपर्युक्त शब्दों में 'य', 'इक', 'अ' इत्यादि प्रत्ययों के योग से 'उद्' उपसर्ग के 'उ' का 'औ' बन गया।
'उद्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
उद्घोषणा, उद्धृत, उद्यम, उद्घाटन, उद्घोष, उद्दंड, उद्देश्य, उद्धरण, उद्भेदन, उत्कंठा, उत्कर्ष, उत्कृष्ट, उत्खनन, उद्गार, उत्तम, उत्ताप, उत्तीर्ण, उत्तुंग, उत्तेजित, उत्थान, उत्थापन, उत्पन्न, उत्पादन, उत्प्रेरणा, उत्फुल्ल, उत्सर्ग, उत्सव, उत्पन्न, उत्पाद, उत्पीडन, उत्प्रेक्षा, उत्सर्जन, उत्साह, उच्चारण, उच्चय, उच्चार, उच्च, उच्छासन, उच्छास्त्र, उच्छादन, उच्छेद, उच्छृंखल, उच्छ्वसित, उच्छ्वास, उज्ज्वल, उज्जयिनी, उज्ज्वलन, उड्डयन, उड्डीन, उल्लंघन, उल्लास, उल्लेख, उन्नति, उन्निद्र, उन्मत्त, उन्माद, उन्मीलन, उन्मुख, उन्मेष, उन्मोचन, उन्नयन, उन्नत, उन्मूलन, उन्मेष, उद्धरण, उद्धव, उद्धार, उद्धारण, उद्धत, उद्धारक, उदय, उदर, उदार, उदास, उदासीन, इत्यादि।
18. 'उप' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– पास/सहायक
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
उपनिबन्धन (उप + नि + बन्धन
उपनिवेशित (उप + नि + वेशित)
उपनिषद् (उप + नि + सद्)
उपन्यास (उप + नि + आस)
उपसंहार (उप + सम् + हार)
उपसंग्रह (उप + सम् + ग्रह)
उपादान (उप + आ + दान)
उपाध्याय (उप + अधि + आय)
उपालम्भ (उप + आ + लम्भ)
उपाश्रय (उप + आ + श्रय)
उपाधि (उप + आ + धि)
उपसमिति (उप + सम् + इति)
उपावर्तन (अप + आ + वर्तन)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
औपनिवेशिक (उप + नि + वेश + इक)
औपास्य (उप + आस + य)
औपचारिक (उप + चार + इक)
औपपतिक (उप + पति + इक)
औपसर्गिक (उप + सर्ग + इक)
औपधर्म्य (उप + धर्म + य)
विशेष– उपर्युक्त शब्दों में 'य', 'इक', 'अ' इत्यादि प्रत्ययों के योग से 'उप' उपसर्ग के 'उ' का 'औ' बन गया।
'उप' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
उपांग, उपाधि, उपाध्यक्ष, उपाध्याय, उपाय, उपायुक्त, उपार्जन, उपालंभ, उपासना, उपेंद्र, उपेक्षा, उपेत, उपकथा, उपकरण, उपकर्ता, उपकार, उपक्रम, उपक्षय, उपगुरु, उपग्रह, उपचार, उपकृति, उपक्रमणिका, उपगिरी, उपचय, उपदेश, उपत्यका, उपभाषा, उपमाता, उपसमिति, उपमा, उपमान, उपमेय, उपबन्ध, उपवेद, उपस्थ,उपार्जन, उपान्त, उपाय, उपधा, उपहास, उपहति इत्यादि।
19. 'सु' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– अच्छा/सरल
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
सुविख्यात (सु + वि + ख्यात)
सुनिश्चय (सु + निस् + चय)
सुव्यवस्थित (सु + वि + अव + स्थित)
सुपरिचित (सु + परि + चित)
सुविधा (सु + वि + धा)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
सौजन्य (सु + जन + य)
सौभाग्य (सु + भाग + य)
सौमनस्य (सु + मनस् + य)
सौमित्र (सु + मित्र + अ)
सौराष्ट्र (सु + राष्ट्र + अ)
सौगन्ध (सु + गंध + अ)
विशेष– उपर्युक्त शब्दों में 'य', 'अ' इत्यादि प्रत्ययों के योग से 'सु' उपसर्ग के 'उ' का 'औ' होकर 'सौ' रूप बन गया।
'सु' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
स्वच्छ, स्वल्प, स्वस्ति, स्वागत, स्वर, स्वस्तिक, स्वाकृति, स्वयं, सूक्त, सूक्ति, सुरति, सुविधा, सुधा, सुरभि, सुपुत्र, सुकर्म, सुमार्ग, सुअवसर, सुचरित्र, सुपाच्य, सुगंध, सुलभ, सुजन, सुदिन, सुमन, सुशील, सुदूर, सुशिक्षित, सुहृद, सुवर्ण, सुषमा, सुषुप्त, सुष्ठु इत्यादि।
विशेष– निम्नलिखित शब्दों में 'सु' उपसर्ग की भ्रांति होती है; परन्तु ये शब्द 'स्व' उपसर्ग से निर्मित हैं; जैसे–
स्वजन, स्वाधिकार, स्वाधिष्ठान, स्वाधीन, स्वार्थ, स्वपरायण, स्वायत्त, स्वोदय, स्वच्छन्द, स्वतंत्र, स्वप्रकाश, स्वोक्ति, स्वसिद्ध, स्वस्थान, स्वांग, स्वाभाविक, स्वैर, स्वैरी, स्वानुभूति, स्वानुमान, स्वसिद्धि, स्वेच्छा, स्वोपाधि, स्वज, स्वदेश, स्वप्रयोग, स्वभावोक्ति, स्वयोनि, स्वाश्रित, स्वर्गीय, स्वातन्त्र्य, स्वास्थ्य, स्वैरिणी, स्वदेश, स्वपण्डित, स्वकर्मी, स्वकार्य, स्वरस, स्वरूप, स्वहस्त, स्वहित, स्वकीय, स्ववश, स्ववृत्ति, स्वस्थ, स्वतन्त्र, स्वाति, स्वराज इत्यादि।
20. 'सम्' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– अच्छी तरह/पूर्ण शुद्ध
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
समतिक्रम (सम् + अति + क्रम)
समन्वय (सम् + अनु + अय)
समवाय (सम् + अव + आय)
समाख्या (सम् + आ + ख्या)
समागम (सम् + आ + गम)
समाधि (सम् + आ + धि)
समाम्नाय (सम् + आ + म्नाय)
समारोपण (सम् + आ + रोपण)
समारोह (सम् + आ + रोह)
समाविष्ट (सम् + आ + विष्ट)
समावेश (सम् + आ + वेश)
समाहार (सम् + आ + हार)
समादृति (सम् + आ + दृति)
समाधान (सम् + आ + धान)
समाकुल (सम् + आ + कुल)
समागत (सम् + आ + गत)
समाचार (सम् + आ + चार)
समापत्ति (सम् + आ + पत्ति)
समायुक्त (सम् + आ + युक्त)
समारोपित (सम् + आ + रोपित)
समावर्तन (सम् + आ + वर्तन)
समावृत (सम् + आ + वृत)
समाश्रय (सम् + आ + श्रय)
समाहर्ता (सम् + आ + हर्ता)
समाहित (सम् + आ + हित)
समादृत (सम् + आ + दृत)
समुच्चय (सम् + उद् + चय)
समुत्कर्ष (सम् + उद् + कर्ष)
समुत्थान (सम् + उद् + स्थान)
समुत्सुक (सम् + उद् + सुक)
समुदाहरण (सम् + उद् + आ + हरण)
समुन्नत (सम् + उद् + नत)
समुत्पत्ति (सम् + उद् + पत्ति)
समुदाय (सम् + उद् + आय)
समुल्लास (सम् + उद् + लास)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
सांविधानिक (सम् + वि + धान + इक)
सांसारिक (सम् + सार + इक)
सांस्कारिक (सम् + कार + इक)
सांस्कृतिक (सम् + कृति + इक)
सामाजिक (सम् + आज + इक)
सामुदायिक (सम् + उद् + आय + इक)
सामूहिक (सम् + ऊह + इक)
समन्वित (सम् + अनु + इत)
समभिव्यवहार (सम् + अभि + वि + अव + हार)
समवकार (सम् + अव + कार)
समुदित (सम् + उद् + इत)
'सम्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
समक्ष, समधिक, समर्पण, समस्या, समापक, समास, समिति, समर्चन, समर्थ, समग्र, समस्त, समीक्षण, समाप्ति, समृद्ध, समीक्षक, समृद्धि, समीक्षा, संकट, संकर्षण, संकीर्ण, संकोच, संक्षेप, संकलन, संकेत, संकलन, संक्षेपण, संगत, संगम, संग्रह, संघटना, संघात, संचलन, संकलन, संकल्प, संकुचित, संक्रान्ति, संकर, संकुल, संक्रमण, संक्षिप्त, संख्या, संगति, संगीत, संगृहीत, संघर्ष, संचय, संज्ञा, संधि, संध्या, सन्निधान, सन्निपात सन्निवेश, सन्न्यास,सम्मान इत्यादि।
21. 'नि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– बिना/विशेष
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
नैकट्य (नि + कट + य)
नैदानिक (नि + दान + इक)
नैयायिक (नि + आय + इक)
विशेष:– उपर्युक्त शब्दों में 'य', 'इक' इत्यादि प्रत्ययों के योग से 'नि' उपसर्ग के 'इ' का 'ऐ' होकर 'नै' रूप बन गया।
'नि' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
न्याय, न्यून, न्यस्त, न्यास, निरत, निरोध, निषेध, निष्ठा, निष्ठुर, निष्णात, निकट, निकष, निकाय, निकृष्ट, निकेतन, निक्षेप, निगदित, निगमन, निगूढ, निघंटु, निज, निदर्शक, निदान, निधन, निधि, निकर, निकाम, निकुंज, निकेत, निक्षिप्त, निखिल, निगम, निगीर्ण, निग्रह, निचय, नितराम, निदाघ, निदेश, निधान, निपात, निपुण, निबंध, निमग्न, निमिष, निमेष, नियति, नियंत्रित, नियमन, नियोजन, नियुक्त, निवर्तक, निवास, निवृत्ति, निवेदन, निशांत, निषेध, निबद्ध, निभृत, निमन्त्रण, निमीलन, नियत, नियंत्रण, नियम, नियमित, नियामक, नियोग, निवर्तन, निविष्ट, निवृत्त, निवेश, निषण्ण, निषाद इत्यादि।
22. 'वि' उपसर्ग युक्त शब्द
अर्थ– विशेष/भिन्न
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
विनियोग (वि + नि + योग)
विन्यस्त (वि + नि + अस्त)
विपर्यय (वि + परि + अय)
विप्रतिपत्ति (वि + प्रति + पत्ति)
विप्रतिषेध (वि + प्रति + सेध)
विप्रलम्भ (वि + प्र + लम्भ)
विनिमय (वि + नि + मय)
विन्यास (वि + नि + आस)
विपरीत (वि + परि + इत)
विपर्याय (वि + परि + आय)
विप्रलब्ध (वि + प्र + लब्ध)
व्यतिरिक्त (वि + अति + रिक्त)
व्यतीत (वि + अति + इत)
व्यपदेश (वि + अप + देश)
व्यभिचार/चारी/चारिणी (वि + अभि + चार /चारी /चारिणी)
व्यवधान (वि + अव + धान)
व्यवहार (वि + अव + हार)
व्यवहित (वि + अव + हित)
व्याकुल (वि + आ + कुल)
व्याख्या (वि + आ + ख्या)
व्याधि (वि + आ + धि)
व्यापादित (वि + आ + पादित)
व्यामोह (वि + आ + मोह)
व्यायाम (वि + आ + याम)
व्यावर्तक (वि + आ + वर्तक)
व्यावृत्त (वि + आ + वृत्त)
व्युत्क्रम (वि + उद् + क्रम)
व्युत्पन्न (वि + उद् + पन्न)
व्यतिक्रम ( वि + अति + क्रम)
व्यतिकर (वि + अति + कर)
व्यातिरेक (वि + अति + रेक)
व्याधिकरण (वि + अधि + करण)
व्यवसाय (वि + अव + साय)
व्यवस्थापक (वि + अव + स्थापक)
व्यवस्थित (वि + अव + स्थित)
व्याकरण (वि + आ + करण)
व्याकृति (वि + आ + कृति)
व्याघात (वि + आ + घात)
व्यापक (वि + आ + पक)
व्यापार (वि + आ + पार)
व्यायोग (वि + आ + योग)
व्युत्पत्ति (वि + उद् + पत्ति)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
वैकल्पिक (वि + कल्प + इक)
वैचारिक (वि + चार + इक)
वैज्ञानिक (वि + ज्ञान + इक)
वैदेशिक (वि + देश + इक)
वैयक्तिक (वि + अक्ति + इक)
वैयाकरण (वि + आ + करण + अ)
वैराग्य (वि + राग + य)
वैवाहिक (वि + वाह + इक)
वैशेषिक (वि + शेष + इक)
वैदेशिक (वि + देश + इक)
वैधानिक (वि + धान + इक)
वैकल्य (वि + कल + य)
वैतानिक (वि + तान + इक)
वैधुर्य (वि + धुर + य)
वैज्ञानिक (वि + ज्ञान + इक)
विशेष:– उपर्युक्त शब्दों में 'य', 'इक', 'अ' इत्यादि प्रत्ययों के योग से 'वि' उपसर्ग के 'इ' का 'ऐ' होकर 'वै' रूप बन गया।
दीर्घ मात्रा (उपसर्गयुक्त शब्दों में प्राय: मात्रा छोटी लगती है; परन्तु कुछ शब्द ऐसे है जिनमें मात्रा बड़ी लगती है।) युक्त शब्द–
वीक्षक, वीक्षण, वीक्षा इत्यादि।
'वि' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
विक्रम, विकथन, विकम्पन, विकराल, विकर्षण, विकर्म, विकल्प, विकार, विकारित, विकट, विकत्था, विकरण, विकर्ण, विकल, विकसित, विकाश, विकाशक, विकिरण, विकृति, विक्रय, विक्रान्त, विक्लिन्न, विक्षेप, विखण्डित, विगत, विगलित, विग्रह, विघटिका, विघटित, विघ्न, विचलन, विचारक, विचिकित्सा, विचित्र, विचेष्टित, विजिगीषा, विजिगीषु, विज्ञप्त, विज्ञापक, विडम्बना, विकीर्ण, विकेश, विक्रिया, विक्षिप्त, विक्षेपण, विख्यात, विगर्हित, विगृहीत, विघटन, विघूर्णित, विचक्षण, विचार, विचारित, विचिति, विचेष्टा, विच्छिति, विजातीय, विजय, विटंकित, वितरण, विज्ञान, विज्ञापित, वितर्क, विच्छिन्न, विच्छेद, विषण्ण, विषम, विषय, विषाद, विष्पंदन, व्यग्र, व्यंजन, व्यर्थ, व्याप्ति, व्यय, व्यसन, व्यूह, व्यापक, व्यापार इत्यादि।
हिन्दी के उपसर्ग
1. 'अ' उपसर्ग
अर्थ– नहीं
'अ' उपसर्ग युक्त शब्द–
अथाह, अजान, अटल, अकाज, अबेर, अलग, अचेत इत्यादि।
विशेष:– संस्कृत का अव्यव, उपसर्ग 'अ' हिन्दी में भी प्रयुक्त होता है; परन्तु वह हिन्दी में तद्भव के साथ तथा संस्कृत में तत्सम शब्दों के साथ प्रयुक्त होता है।
2. 'अध' उपसर्ग
अर्थ– आधा
'अध' उपसर्ग युक्त शब्द–
अधगला, अधपका, अधसीजा, अधकचरा, अधजला, अधमरा, अधनंगा, अधखिला इत्यादि।
3. 'उ' उपसर्ग
अर्थ– ऊँचा
'उ' उपसर्ग युक्त शब्द–
उजड़ना, उतावला, उलाँघना, उखाड़ना, उछलना, उतारना, उठावना, उधाड़ना इत्यादि।
4. 'उन' उपसर्ग
अर्थ– एक कम
'उन' उपसर्ग युक्त शब्द–
उन्नीस, उनतीस, उनतालीस, उनचास, उनसठ, उनहत्तर, उन्नासी इत्यादि।
5. 'औ' उपसर्ग
अर्थ– बुरा
'औ' उपसर्ग युक्त शब्द–
औसत, औगुण, औतार, औघट, औघड़, औधारना, औगत, औरत इत्यादि।
6. 'क' उपसर्ग
अर्थ– बुरा
'क' उपसर्ग युक्त शब्द–
कपूत, कठोर, कलंक इत्यादि।
7. 'कु' उपसर्ग
अर्थ– बुरा
'कु' उपसर्ग युक्त शब्द–
कुगति, कुघात, कुख्यात, कुमार्गी, कुराय, कुलक्षण, कुपोषण, कुराह, कुविचार, कुसंगति, कुचालक, कुजन्मा, कुठौर इत्यादि।
8. 'दु' उपसर्ग
अर्थ– दो
'दु' उपसर्ग युक्त शब्द–
दुरंगा, दुधारू, दुभाँत, दुमट, दुगुना, दुनाली, दुभाषिया, दुमुँहा, दुलती, दुबला इत्यादि।
9. 'नि' उपसर्ग
अर्थ– विपरित
'नि' उपसर्ग युक्त शब्द–
निपट, निकम्मा, निडर, निहत्था, निठला, निपूता, निधड़क इत्यादि।
10. 'ति' उपसर्ग
अर्थ– तीन
'ति' उपसर्ग युक्त शब्द–
तिरंगा, तिकोना, तिपाई, तिराहा, तिगुना, तिमाही इत्यादि।
11. 'चौ' उपसर्ग
अर्थ– चार
'चौ' उपसर्ग युक्त शब्द–
चौराहा, चौखट, चौमासा, चौपड़, चौकोर, चौपाया, चौरस्ता,चौमुखा, चौतरफ़ा, चौरंगी इत्यादि।
12. 'भर' उपसर्ग
अर्थ– पुरा/ठीक
'भर' उपसर्ग युक्त शब्द–
भरमार, भरपाई, भरपेट, भरकम, भरपूर, भरसक इत्यादि।
13. 'बिन' उपसर्ग
अर्थ– अभाव
'बिन' उपसर्ग युक्त शब्द–
बिनबोया, बिनदेखा, बिनजाने, बिनखाया, बिनबुलाया, बिनसोचा, बिनब्याहा, बिनजाया, बिनमाने इत्यादि।
14. 'स' उपसर्ग
अर्थ– सहित
'स' उपसर्ग युक्त शब्द–
सहेली, सजग, सहित, सचेत, सबेरा, सकाम, सफल, सगुण, सजीव, सावधान, सकर्मक, सपूत इत्यादि।
15. 'सु' उपसर्ग
अर्थ– अच्छा
'सु' उपसर्ग युक्त शब्द–
सुड़ौल, सुगड़, सुजान इत्यादि।
16. 'पर' उपसर्ग
अर्थ– दुसरा
'पर' उपसर्ग युक्त शब्द–
परदादा, परदादी, परपोता, परपोती, परकारज, परसुख, परदुख, परहित इत्यादि।
अन्य उपसर्ग (उपसर्ग की भाँति प्रयुक्त अव्यय)
1. 'अ' उपसर्ग
अर्थ– नहीं
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अपरिचित (अ + परि + चित)
अप्रत्याशित (अ + प्रति + आशित)
अव्यय (अ + वि + अय)
अपरिच्छिन्न (अ + परि + छिन्न)
अपरिणय (अ + परि + नय)
अपरिणीता (अ + परि + नीता)
अपरीक्षित (अ + परि + ईक्षित)
अपर्याप्त (अ + परि + आप्त)
अपरिग्रह (अ + परि + ग्रह)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
अलौकिक (अ + लौक + इक)
अवैतनिक (अ + वेतन + इक)
'अ' उपसर्ग युक्त शब्द–
अधर्म, अटल, अगोचर, अबाध, अस्थिर, अमंद, अकारण, अज्ञान, अजात, अजर, अगम्य, अकाल, अमर्त्य, अलभ्य, अथाह, अक्षम्य, अक्षम, अदम्य, अदृष्ट, अभाव, अदर्शन, अतल, अच्युत, अकाय, अगुण, अदेव, अदोष, अद्वैत, अशुभ, अस्थिरता, अपठित, अज्ञान इत्यादि।
2. 'अन्' उपसर्ग
अर्थ– अभाव/विपरीत
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
अनभिज्ञ (अन् + अभि + ज्ञ)
अनधीन (अन् + अधि + ईन)
अनध्यक्ष (अन् + अधि + अक्षि)
अनध्ययन (अन् + अधि + अयन)
अनन्वय (अन् + अनु + अय)
अनवकाश (अन् + अव + काश)
अनवच्छिन्न (अन् + अव + छिन्न)
अनवद्य (अन् + अ + वद्य)
अनवधान (अन् + अव + धान)
अनवसर (अन् + अव + सर)
अनवस्थान (अन् + अव + स्थान)
अनवरत (अन् + अव + रत)
अनाकाल (अन् + आ + काल)
अनवधि (अन् + अव + धि)
अनवेक्षण (अन् + अव + ईक्षण)
अनाकुल (अन् + आ + कुल)
अनागत (अन् + आ + गत)
अनागस् (अन् + आ + गस्)
अनातप (अन् + आ + तप)
अनादर (अन् + आ + दर)
अनावृत्त (अन् + आ + वृत्त)
अनारम्भ (अन् + आ + रम्भ)
अनाविद्ध (अन् + आ + विद्ध)
अनावृष्टि (अन् + आ + वृष्टि)
अनाहत (अन् + आ + हत)
अनाहुति (अन् + आ + हुति)
अनुपसर्ग (अन् + उप + सर्ग)
अनुत्तम (अन् + उद् + तम)
अनुत्सेक (अन् + उद् + सेक)
अनुपसंहारी (अन् + उप + सम् + हारी)
अनुपस्थित (अन् + उप + स्थित)
अनुपहत (अन् + उप + हत)
अनधिगत (अन् + अधि + गत)
अनुत्पादक (अन् + उद् + पादक)
अनागम (अन् + आ + गम)
अनाचार (अन् + आ + चार)
अनायास (अन् + आ + यास)
अनावृत्ति (अन् + आ + वृत्ति)
अनाहार (अन् + आ + हार)
अनाहूत (अन् + आ + हूत)
अनुत्तर (अन् + उद् + तर)
अनुद्धत (अन् + उद् + हत)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
अनावश्यक (अन् + अवश्य + अक)
अनैकांतिक (अन् + एकान्त + इक)
'अन्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
अनक्ष, अनक्षर, अनघ, अनन्त, अनन्य, अनेक, अनौचित्य, अननिवार्य, अनधिकार इत्यादि।
विशेष:– अनुपसर्ग, अनुदार, अनुत्तम, अनुदात्त, अनुत्सेक, अनुपसंहारी, अनुपस्थित, अनुपहत, अनुदक, अनुत्पादक, अनुत्तर, अनुद्धत, अनुष्ण, अनुर्वर, अनुपम, अनुचित, अनुपजाऊ इत्यादि शब्दों में 'अनु' उपसर्ग की भ्राँति होती है; किन्तु उपर्युक्त शब्दों में 'अन्' उपसर्ग प्रयुक्त हुआ हैं।
3. 'अन' उपसर्ग
अर्थ– बिना
विशेष– यह उपसर्ग 'अन्' का तद्भव रूप है जो, तद्भव शब्दों तथा कभी – कभी देशज शब्दों से निषेधात्मक एवं अभाव अर्थ को प्रकट करने के लिए जोड़ा जाता है।
'अन' उपसर्ग युक्त शब्द–
अनबिंधा, अनबोल, अनसुनी, अनकहा, अनकाढ़ा, अनहोनी, अनजाना, अनदेखा, अनचेता, अनचाखा, अनसुना, अनपढ़, अनचीता, अनबूझ, अनभला, अनबन इत्यादि।
4. 'अध:' उपसर्ग
अर्थ– नीचे
'अध:' उपसर्ग युक्त शब्द–
अध: पतन, अध: काय, अध: शय, अधोगति, अधोमार्ग, अधोगामी, अधोमुख, अधोवायु, अधोलिखित, अधोहस्ताक्षरकर्ता, अधोभाग, अधोगत, अधोवस्त्र, अधस्तल इत्यादि।
5. 'अंतर्' उपसर्ग
अर्थ– भीतर
अंतस् (अंतर् + स)
अंत: (अंतर्+ अघोष व्यंजन)
'अंतर्' उपसर्ग युक्त शब्द–
अन्तर्गत, अन्तर्गृह, अन्तर्मल, अन्तर्नाद, अन्तर्भुत, अन्तर्मना, अन्तर्धान, अन्तर्मुख, अन्तर्वर्ती, अन्तर्वेदी, अंतर्ज्ञान, अंतर्दशा, अंतर्यामी, अंतरात्मा, अंतरिक्ष/अंतरीक्ष, अंतस्सलिला, अंतस्स्राव, अन्त:क्रिया, अन्त:शुद्धि, अन्त:पुर, अन्त:स्थ, अंत:करण, इत्यादि।
6. 'अमा' उपसर्ग
अर्थ– पास
आविष् (आवि: + क/प)
'अमा' उपसर्ग युक्त शब्द–
अमावस्या, अमात्य आदि।
7. 'अलम्' उपसर्ग
अर्थ– सजा हुआ
'अलम्' उपसर्ग युक्त शब्द–
अलंकृति, अलंकार, अलंकरण, अलंकृत, अलंशास्त्र इत्यादि।
8. 'आवि:' उपसर्ग
अर्थ– प्रकट रूप में
'आवि:' उपसर्ग युक्त शब्द–
आविष्कृत, आविष्कार, आविष्कारक, आविष्करण, आविर्भाव, आविर्भूत इत्यादि।
9. 'का' उपसर्ग
अर्थ– नीच/बुरा
'का' उपसर्ग युक्त शब्द–
काजल, कापुरुष, कातर, कापथ इत्यादि।
10. 'कु' उपसर्ग
अर्थ– बुरा
'कु' उपसर्ग युक्त शब्द–
कुरंग, कुकर्म, कुपात्र, कुपुत्र, कुरूप, कुफल, कुदृष्टि, कुतर्क इत्यादि।
11. 'चिर' उपसर्ग
अर्थ– जो बहुत दिनों तक बना रहे
'चिर' उपसर्ग युक्त शब्द–
चिरयौवन, चिरायु, चिरपरिचित, चिरजीवी, चिरकाल, चिरप्रतीक्षित, चिरस्थायी, चिरनिन्द्रा, चिरकालीन, चिररोगी, चिरशत्रु इत्यादि।
12. 'तिर:/तिरस्' उपसर्ग
अर्थ– तुच्छ
'तिर:' उपसर्ग युक्त शब्द–
तिरोहित, तिरस्कार, तिरोधान, तिरस्कृत इत्यादि।
13. 'पर' उपसर्ग
अर्थ– दूसरा
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
परोपकार (पर + उप + कार)
परोत्कर्ष (पर + उद् + कर्ष)
पराश्रय (पर + आ + श्रय)
उपसर्ग एवं प्रत्यय युक्त शब्द–
पराधीन (पर + अधि + इन)
'पर' उपसर्ग युक्त शब्द–
पराश्रित, परोढा, परायण, परार्द्ध, पराधीनता, परावर, परार्थ, परारि, परापर, परांतक, परार्थ, परांतक, इत्यादि।
विशेष– उपर्युक्त शब्दों में 'परा' उपसर्ग होने की भ्राँति रहती है; परन्तु ये शब्द 'पर' उपसर्ग से निर्मित हैं।
14. 'पुनर्' उपसर्ग
अर्थ– फिर
पुन: (पुनर्: + प/अघोष व्यंजन)
पुनश् (पुनर्: + च/घोष व्यंजन)
पुरस/पुन: (पुनर् +स)
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
पुनरागत (पुनर् + आ + गत)
पुनरागमन (पुनर् + आ + गमन)
पुनरावर्त (पुनर् + आ + वर्त)
पुनरावर्तक (पुनर् + आ + वर्तक)
पुनरावेदन (पुनर् + आ + वेदन)
पुनरुज्जीवित (पुनर् + उद् + जीवित)
पुनरावृत्ति (पुनर् + आ + वृत्ति)
पुनरानयन (पुनर् + आ + नयन)
पुनरावृत्त (पुनर् + आ + वृत्त)
पुनरुत्थान (पुनर् + उद् + स्थान)
पुनरुज्जीवन (पुनर् + उद् + जीवन)
पुनरुत्पत्ति (पुनर् + उद् + पत्ति)
पुनरुत्पादन (पुनर् + उद् + पादन)
पुनरुद्धार (पुनर् + उद् + धार)
पुनर्नियुक्ति (पुनर् + नि + युक्ति)
पुनर्न्याय (पुनर् + नि + आय)
पुनर्विवाह (पुनर् + वि + वाह)
पुनर्विहित (पुनर् + वि + हित)
पुनरवलोकन (पुनर् + अव + लोकन)
पुनर्विचार (पुनर् + वि + चार)
पुनर्विधायन (पुनर् + वि + धायन)
'पुनर्' उपसर्ग युक्त अन्य शब्द–
पुनरुक्त, पुनरीक्षण, पुनरीक्षित, पुनरुक्ति, पुनर्नवा, पुनर्भाव, पुनर्मूल्यांकन, पुनर्वसु, पुनर्जात, पुनर्जन्म, पुनर्भव, पुनर्वास पुनश्चरण, पुनश्चर्या, पुनश्च, पुनरपि, पुनर्गमन पुनस्सृजन, पुन:प्राप्ति, पुन:करण इत्यादि।
विशेष– कहीं – कहीं संधि के नियमानुसार 'पुनर्' के 'र्' का दन्त्य 'स्' व तालव्य 'श्' तथा ':' (विसर्ग) हो जाता है; परन्तु मूल उपसर्ग तो 'पुनर्' ही होता हैं।
15. 'पुरस्/पुर:' उपसर्ग
अर्थ– सामने
पुरस् (पुर: + क/स)
पुरश् (पुर: + च)
पुरो (पुर: + घोष व्यंजन)
'पुरस्/पुर:' उपसर्ग युक्त शब्द–
पुरस्कार, पुरस्सर, पुरस्करण, पुरस्कृत, पुरस्क्रिया, पुरोहित, पुरोधा, पुरोगत,पुरोगामी इत्यादि।
16. 'पूर्व' उपसर्ग
अर्थ– पहला
'पूर्व' उपसर्ग युक्त शब्द–
पूर्वाधिकार, पूर्वनिश्चित, पूर्ववर्ती, पूर्वविद्, पूर्ववृत्त, पूर्वमीमांसा, पूर्वराग, पूर्वकर्म, पूर्वकाल, पूर्वकालिक, पूर्वकालीन, पूर्वकूत, पूर्वगामी, पूर्वगमन, पूर्वजन्म, पूर्वज्ञान, पूर्वधारण, पूर्वपक्ष, पूर्वाद्ध इत्यादि।
17. 'पुरा' उपसर्ग
अर्थ– प्राचीन
'पुरा' उपसर्ग युक्त शब्द–
पुराविद्, पुरावृत्त, पुराण, पुरावशेष, पुरावतंश, पुराध्यक्ष, पुरातत्व, पुरालिपि, पुरालेख, पुरातन, पुराधिप इत्यादि।
18. 'प्राक्' उपसर्ग
अर्थ– पहले का
'प्राक्' उपसर्ग युक्त शब्द–
प्राक्कथन, प्राक्कलन, प्रागनुराग, प्रागैतिहासिक, प्राग्ज्योतिषपुर, प्राग्देश, प्राग्विभाजन, प्राक्तन, प्रागुक्ति, प्राङ्मुख, प्राग्द्वार, प्राग्वैदिक इत्यादि।
19. 'बहु' उपसर्ग
अर्थ– बहुत
'बहु' उपसर्ग युक्त शब्द–
बहुकंटक, बहुजल्प, बहुदर्शी, बहुयाजी, बहुरिपु, बहुरूपक, बहुव्रीहि, बहुकालीन, बहुज्ञ, बहुमुत्र, बहुविद्, बहुरुपिया, बहुविद्य, बहुरंगी, बहुमुखी, बहुमूल्य, बहुश्रुत, बहुभुज इत्यादि।
20. 'बहिर्/बहि:' उपसर्ग
अर्थ– बाहर
'बहिर्/बहि:' उपसर्ग युक्त शब्द–
बहिर्शाला, बहिर्गत, बहर्गामी, बहिरर्थ, बहिगर्मन, बहिर्द्वार, बहिर्मुख, बहिष्कार, बहिष्कृत, बहिर्निस्सारण इत्यादि।
21. 'स' उपसर्ग
अर्थ– साथ
एक से अधिक उपसर्ग युक्त शब्द–
सोदाहरण (स + उद् + आ + हरण)
सोल्लास (स + उद् + लास)
सावधान (स + अव + धान)
साभिप्राय (स + अभि + प्राय)
सावचेत (स + अव + चेत)
सावधिक (स + अव + धिक)
सावशेष (स + अव + शेष)
सस्वर (स + सु + अर)
सारोपा (स + आ + रोपा)
सावकाश (स + अव + काश)
सोत्साह (स + उद् + साह)
'स' उपसर्ग युक्त शब्द–
सदय, सपक्ष, सबाध, सरसता, साष्टांग, सचल, सस्मित, सार्थक, सहित, सजातीय, सधर्मिणी, सबन्धु, सरस, सजीव, सस्नेह, सलक्षण, सामिष, सकाम, सगुण, सादर, सशक्त, सफल, सपत्नी, समप्राण, सधर्मी इत्यादि।
22. 'सत्' उपसर्ग
अर्थ– अच्छा
'सत्' उपसर्ग युक्त शब्द–
सत्कार, सत्संग, सत्कर्म, सत्कवि, सत्पथ, सत्पुत्र, सज्जन, सदाचार (सत् + आ + चार), सद्गति, सद्धर्म, सद्भावना, सद्भाव इत्यादि।
23. 'सह' उपसर्ग
अर्थ– साथ
'सह' उपसर्ग युक्त शब्द–
सहपाठी, सहगामी, सहकार, सहयोग, सहचरी, सहचर, सहमरण, सहकारिता, सहजात, सहभोज, सहगमन, सहज, सहानुभूति (सह + अनु + भूति) इत्यादि।
24. 'साक्षात्' उपसर्ग
अर्थ– सामने
'साक्षात्' उपसर्ग युक्त शब्द–
साक्षाद्धर्म, साक्षात्कृत, साक्षात्करण, साक्षात्कर्ता, साक्षात्कारी, साक्षात्कार इत्यादि।
25. 'स्व' उपसर्ग
अर्थ– अपना
'स्व' उपसर्ग युक्त शब्द–
स्वजन, स्वाधिकार, स्वाधिष्ठान, स्वाधीन (स्व + अधि + इन), स्वार्थ, स्वपरायण, स्वायत्त, स्वोदय, स्वच्छन्द, स्वतंत्र, स्वप्रकाश, स्वोक्ति, स्वसिद्ध, स्वासिद्ध, स्वस्थान, स्वांग, स्वाभाविक, स्वैर, स्वैरी, स्वानुभूति, स्वानुमान, स्वसिद्धि, स्वेच्छा, स्वोपाधि, स्वज, स्वदेश, स्वप्रयोग, स्वभावोक्ति, स्वयोनि, स्वाश्रित, स्वर्गीय, स्वातन्त्र्य, स्वास्थ्य, स्वैरिणी, स्वदेश, स्वपण्डित, स्वकर्मी, स्वकार्य, स्वगत, स्वरस, स्वरूप, स्वहस्त, स्वहित, स्वकीय, स्ववश, स्ववृत्ति, स्वस्थ, स्वतन्त्र, स्वाति, स्वराज इत्यादि।
विदेशी भाषाओं के उपसर्ग
1. अरबी-फ़ारसी के उपसर्ग
1. 'ब' उपसर्ग
अर्थ– साथ
'ब' उपसर्ग युक्त शब्द–
बक़ौल, बशर्ते, बहैसियत, बमुश्किल, बदौलत, बग़ैर, बतौर, बख़ूबी, बनाम, बख़ुद, बमुक़ाबला, बदस्त इत्यादि।
2. 'बा' उपसर्ग
अर्थ– अनुसार
'बा' उपसर्ग युक्त शब्द–
बाक़ायदा, बाअदब, बाइज्ज़त, बाआराम इत्यादि।
3. 'बे' उपसर्ग
अर्थ– अभाव रहित
'बे' उपसर्ग युक्त शब्द–
बेअक्ल, बेक़रार, बेआबरू, बेक़रारी, बेअदब, बेआबरू, बेख़ता, बेशक, बेशुमार, बेतुका, बेचारा, बेदर्दी, बेतरतीब, बेमौत, बेसब्र, बेजबान, बेग़म, बेहुदा, बेजा, बेगुनाह, बेतकल्लुफ़ी, बेदखल, बेईमान, बेईमानी इत्यादि।
4. 'बद' उपसर्ग
अर्थ– बुरा
'बद' उपसर्ग युक्त शब्द–
बदसूरती, बदसलीका, बदमज़गी, बदतमीज़ी, बदनीयत, बदलगाम, बदसलूकी, बदकिस्मत, बदमाश, बदबू, बदनाम, बदरंग, बदनसीब इत्यादि।
5. 'बर' उपसर्ग
अर्थ– ऊपर, पर तथा बाहर
'बर' उपसर्ग युक्त शब्द–
बरबाद, बरवक्त़, बरकरार, बरदाश्त इत्यादि।
6. 'बिल' उपसर्ग
अर्थ– के साथ
'बिल' उपसर्ग युक्त शब्द–
बिलइरादा, बिल्कुल, बिलयकीन, बिलवास्त इत्यादि।
7. 'बिला' उपसर्ग
अर्थ– बिना तथा बैगर
'बिला' उपसर्ग युक्त शब्द–
बिलाक़ानून, बिलावज़ह, बिलाशर्त, बिलाइरादा, बिलापरदा इत्यादि।
8. 'दर' उपसर्ग
अर्थ– में या अन्दर
'दर' उपसर्ग युक्त शब्द–
दरअसल, दरबान, दरबार, दरमियान, दरकार, दरहक़ीकत इत्यादि।
9. 'सर' उपसर्ग
अर्थ– अच्छा
'सर' उपसर्ग युक्त शब्द–
सरकार, सरदार, सरपंच, सरनाम इत्यादि।
10. 'हर' उपसर्ग
अर्थ– प्रत्येक
'हर' उपसर्ग युक्त शब्द–
हरकोई, हरघड़ी, हरदम, हरतरफ़, हररोज़, हरवक्त़, हरएक इत्यादि।
11. 'हम' उपसर्ग
अर्थ– समान
'हम' उपसर्ग युक्त शब्द–
हमवतन, हमदर्द, हमसफ़र, हमजोली, हमवार, हमनाम, हमग़म इत्यादि।
12. 'कम' उपसर्ग
अर्थ– थोड़ा
'कम' उपसर्ग युक्त शब्द–
कमअक्ल, कमज़ोर, कमज़ोरी, कमउम्र, कमबख्त़ इत्यादि।
13. 'गैर' उपसर्ग
अर्थ– भिन्न
'गैर' उपसर्ग युक्त शब्द–
ग़ैर–क़ानूनी, ग़ैर–ज़रुरी, ग़ैर–जिम्मेदार, ग़ैर–मर्द, ग़ैर–मुमकिन, ग़ैर–क़ौम, ग़ैर–हाज़री इत्यादि।
14. 'ख़ुश' उपसर्ग
अर्थ– अच्छा
'ख़ुश' उपसर्ग युक्त शब्द–
ख़ुशकिस्मत, ख़ुशख़बरी, ख़ुशनुमा, ख़ुशबु, ख़ुशमिज़ाज़, ख़ुशहाल, ख़ुशदिल, ख़ुशबुदार, ख़ुशरंग, ख़ुशनसीब इत्यादि
15. 'अल' उपसर्ग
अर्थ– निश्चित
'अल' उपसर्ग युक्त शब्द–
अलक़ायदा, अलबेला, अलमस्त, अलमत्ता, अलविदा, अलहदा इत्यादि।
16. 'ऐन' उपसर्ग
अर्थ– ठीक
'ऐन' उपसर्ग युक्त शब्द–
ऐनवक्त़, ऐनआदमी, ऐनमौक़ा इत्यादि।
17. 'ना' उपसर्ग
अर्थ– बिना
'ना' उपसर्ग युक्त शब्द–
नापाक, नादानी, नादान, नालायक, नामर्द, नाबालिक, नापसंद, नामुमकिन, नासमझ इत्यादि।
18. 'फ़ी' उपसर्ग
अर्थ– प्रत्येक
'फ़ी' उपसर्ग युक्त शब्द–
फ़ी आदमी, फ़ी मैदान, फ़ी जमाना, फ़ी साल इत्यादि।
19. 'ला' उपसर्ग
अर्थ– बिना
'ला' उपसर्ग युक्त शब्द–
लावारिस, लाचार, लाइलाज, लापता, लापरवाह, लाजवाब, लाज़िम इत्यादि।
2. अंग्रेजी के उपसर्ग
1. 'हाफ' उपसर्ग
अर्थ– आधा
'हाफ' उपसर्ग युक्त शब्द–
हाफपेन्ट, हाफशर्ट, हाफमाइन्ड, हाफकमीज, हाफडे, हाफटिकट, हाफमैड इत्यादि।
2. 'हैड' उपसर्ग
अर्थ– प्रमुख
'हैड' उपसर्ग युक्त शब्द–
हैडमास्टर, हैडबॉय, हेडक्लर्क, हैडऑफिस, हैडपोस्टऑफिस, हैडकानिस्टेबल, हैडजनरल इत्यादि।
3. 'डिप्टी' उपसर्ग
अर्थ– उप
'डिप्टी' उपसर्ग युक्त शब्द–
डिप्टी कमीश्नर, डिप्टी चैयरमैन, डिप्टी कलेक्टर इत्यादि।
4. 'चीफ' उपसर्ग
अर्थ– मुख्य
'चीफ' उपसर्ग युक्त शब्द–
चीफ मिनिस्टर, चीफ सेक्रेटरी, चीफ जज
5. 'सब' उपसर्ग
अर्थ– उप
'सब' उपसर्ग युक्त शब्द–
सब रजिस्ट्रार, सब ऑफिस, सबकमेटी, सब इन्सपेक्टर, सबडिवीजन, सब मजिस्ट्रेट, सब जज इत्यादि।
6. 'कॉ' उपसर्ग
अर्थ– सहित
'कॉ' उपसर्ग युक्त शब्द–
कॉ–आपरेटिव, कॉ–आपरेशन, कॉ–एजुकेशन इत्यादि।
7. 'वाइस' उपसर्ग
अर्थ– सहायक
'वाइस' उपसर्ग युक्त शब्द–
वाइस चांसलर, वाइस प्रिंसिपल, वाइस प्रेसीडेन्ट इत्यादि।
8. 'जनरल' उपसर्ग
अर्थ– सामान्य
'जनरल' उपसर्ग युक्त शब्द–
जनरल सेक्रेटरी, जनरल मैनेजर, जनरल स्टोर इत्यादि।
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